मकर सक्रांति क्यों मनाया जाता है
मकर संक्रांति से सूर्य उत्तरायण हो जाता है । शास्त्रों में इसे देवताओं के दिन की शुरुआत माना जाता है । महाभारत युद्ध के बाद विभीषण पितामह में सूर्य के उत्तरायण होने के बाद ही अपने प्राण त्यागे थे। उसे समय माना जाता था कि मकर संक्रांति पर मरने वाले लोगों के मोक्ष मिल जाता है।
मकर सक्रांति बेस्ट wishes
1) तिल हम है गुड़ आप हैं
मिठाई हम हैं मिठास आप हैं
साल का पहला त्यौहार मकर सक्रांति से हो रही हो शुरूआत , आपको हम सभी के तरफ से ढेर सारी शुभकामनाएं
2) बाजरे की रोटी नींबू का अचार
सूरज की किरणें चांद की चांदनी
और अपनों का प्यार हर जीवन हो खुशहाल
मुबारक हो आप सभी को मकर संक्रांति का त्यौहार।
3) मन में मस्ती मन में उमंग
देकर सबको अपनापन ,
गुड में जैसे मीठापान
ऐसी मस्त होकर हम उड़ाये पतंग
भर दे आकाश में रंगारंग
4) आपके दिल में तिल की मिठास बनी रहे और जीवन में गुड का मिठास हमेशा बेकरार है।
5) इस मकर संक्रांति के मौके पर आप सभी का सपना पूरा हो और आप ऊंचाइयों तक पहुंचे।
6) इस मकर संक्रांति पर आपके जीवन में खुशियां आए और आप अपने परिवार के साथ पर्व मनाए।
7) आपका जीवन खुशियों और शांति से भर जाए और मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं।
8) आपको मकर संक्रांति की ढेर सारी शुभकामनाएं आपके जीवन में सूर्य देव सुख और शांति लाए।
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