Paris paralympics 2024 : पैरालंपिक खेल का इतिहास , क्या है पैरालंपिक , पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत के कितने खिलाड़ी ?

पेरिस पैरालंपिक में भारत ने अब तक का सबसे बड़ा दल भेजा है। क्या टोक्यो 2020 पैरालंपिक का 19 मेडल का रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे भारत के खिलाड़ी। क्या है पैरालंपिक ज्यादा जानकारी के लिए आगे पढ़िए.........

Paris paralympics 2024 : पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के कई खिलाड़ी ने तो ऐतिहासिक जीत दर्ज करके पदक जीत  लिए लेकिन अब पैरालंपिक की बारी है। आप को बता दे की भारत के तरफ से अब तक का सबसे बड़ा दल यानिकि 84 खिलाड़ी पेरिस पैरालंपिक में गए है। पैरालंपिक आज से यानिकि 28 अगस्त से 8 सितंबर तक खेला जाएगा। 

भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में 19 पदक जीते थे। लेकिन अब ये उम्मीद लगाया जा रहा है की पेरिस पैरालंपिक में भारत इस रिकॉर्ड को तोड़ इससे भी ज्यादा पदक जीतकर आएगी। 

पैरालंपिक खेल का इतिहास 

पैरालंपिक का शुरुआत 1948 से हुआ। जब डॉ. लुडविग गुट्टमैन ( Dr. Ludwig Guttmann ) ने लंदन में स्टोक मंडेविले अस्तपाल में एक खेल प्रतियोगिता आयोजित की। इस प्रतियोगिता में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान घायल हुए सैनिकों ने भाग लिया। 

रोम में पहला पैरालंपिक 1960 में आयोजित किया गया। तब से पैरालंपिक हर चार साल पर आयोजित किया जाता है। और विश्व भर के खिलाड़ी इस पैरालंपिक में भाग लेते है। 

पैरालंपिक का उद्देश्य शारीरिक रूप से अक्षम लोगो को खेलों में भाग लेने और अपनी क्षमताओं को दिखाने का अवसर प्रदान करता है। 

पैरालंपिक खेल कितने प्रकार के हते हैं ? 

पैरालंपिक खेल कई प्रकार के होते हैं, जिनमे कुछ प्रमुख प्रकार हैं: 

1. समर पैरालंपिक : ये गर्मियों में आयोजित किया जाता है , जिसमे एथलीट,स्विमिंग,फुटबॉल,बास्केटबॉल शामिल है। 

2. विंटर पैरालंपिक : ये सर्दियों में आयोजित किया जाता है , जिसमे अल्पाइन स्कीइंग, क्रॉस-कंट्री स्कीइंग, और आइस हॉकी शामिल हैं। 

3. युवा पैरालंपिक : ये 14 से 18 वर्ष की आयु के लोगो के लिए आयोजित किया जाता है। 

पैरालंपिक खेल क्या है 

पैरालंपिक एक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता है। जिसमे विभिन्न प्रकार  विकलांग वाले एथलीट भाग लेते है। इसमें 24 से अधिक खेलो को शामिल किया गया है। और इसमें लगभग 163 देशों के खिलाड़ी भाग लेते है। 

पैरालंपिक की शुरुआत कब हुई 

पैरालंपिक का शुरुआत 1948 से हुआ। जब डॉ. लुडविग गुट्टमैन ( Dr. Ludwig Guttmann ) ने लंदन में स्टोक मंडेविले अस्तपाल में एक खेल प्रतियोगिता आयोजित की। इस प्रतियोगिता में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान घायल हुए सैनिकों ने भाग लिया। 

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